योजना का परिचय
निजी तालाबों का जीर्णोद्धार योजना केंद्र/राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका उद्देश्य निजी तालाबों के जीर्णोद्धार और नवीनीकरण के माध्यम से जल संरक्षण को बढ़ावा देना है। यह योजना विशेष रूप से कृषि सिंचाई और भूजल पुनर्भरण को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
योजना के प्रमुख उद्देश्य
✔️ पुराने और उपेक्षित निजी तालाबों का जीर्णोद्धार करना
✔️ जल संरक्षण क्षमता में वृद्धि करना
✔️ कृषि सिंचाई के लिए जल उपलब्धता सुनिश्चित करना
✔️ भूजल स्तर में सुधार लाना
✔️ मत्स्य पालन के अवसर बढ़ाना
योजना की मुख्य विशेषताएं
- लाभार्थी: निजी तालाब मालिक (किसान/जमींदार)
- वित्तीय सहायता: लागत का 50-75% (अधिकतम ₹5 लाख तक)
- कार्यान्वयन एजेंसी: जल संसाधन विभाग/कृषि विभाग
- योजना अवधि: 2022-23 से 2025-26
पात्रता मानदंड
मापदंड | शर्तें |
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तालाब का आकार | न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर क्षेत्रफल |
तालाब की स्थिति | कम से कम 10 वर्ष पुराना और जीर्ण अवस्था में |
भूमि स्वामित्व | आवेदक के नाम पर निजी भूमि |
जल स्रोत | प्राकृतिक जल संग्रहण की संभावना |
आवेदन प्रक्रिया
- जिला जल संसाधन अधिकारी के कार्यालय में संपर्क करें
- आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और भरें
- तालाब का सर्वे रिपोर्ट जमा करें
- तकनीकी समिति द्वारा अनुमोदन की प्रतीक्षा करें
- कार्य शुरू होने के बाद निगरानी करें
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- भूमि के कागजात (खतौनी/7-12)
- तालाब का पुराना रिकॉर्ड (यदि उपलब्ध हो)
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
योजना के तहत कार्य
- तालाब की सफाई और गहरीकरण
- तटबंधों का सुदृढ़ीकरण
- जल निकासी व्यवस्था में सुधार
- जल संचयन क्षमता बढ़ाने के उपाय
संपर्क विवरण
- हेल्पलाइन: 1800-XXX-XXXX (राज्य-विशिष्ट)
- आधिकारिक वेबसाइट: [जल संसाधन विभाग की वेबसाइट]
नोट: यह योजना विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों और प्रावधानों के साथ चलाई जा रही है। सटीक जानकारी के लिए अपने जिला जल संसाधन अधिकारी से संपर्क करें।