परंपरागत कृषि विकास योजना (PKVY): जैविक खेती को बढ़ावा

योजना का परिचय

परंपरागत कृषि विकास योजना (Paramparagat Krishi Vikas Yojana – PKVY) भारत सरकार द्वारा 2015-16 में शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य रासायनिक मुक्त जैविक खेती को बढ़ावा देना और किसानों की आय में वृद्धि करना है। यह योजना कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत कार्यान्वित की जाती है।

योजना के प्रमुख उद्देश्य

✔️ रासायनिक उर्वरकों के उपयोग में कमी लाना
✔️ जैविक खेती पद्धतियों को प्रोत्साहित करना
✔️ मृदा स्वास्थ्य में सुधार करना
✔️ किसानों की आय में वृद्धि करना
✔️ जैविक उत्पादों के लिए बाजार विकसित करना

योजना की मुख्य विशेषताएं

  • लॉन्च वर्ष: 2015-16
  • नोडल मंत्रालय: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
  • योजना अवधि: 2021-22 से 2025-26 (विस्तारित)
  • कुल बजट: ₹1,500 करोड़ (2023-24 के लिए)
  • लक्षित क्षेत्र: पूरे भारत में

पात्रता मानदंड

इस योजना के लाभ प्राप्त करने हेतु निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना आवश्यक है:

मापदंडशर्तें
किसान का प्रकारछोटे और सीमांत किसान (1-2 हेक्टेयर तक भूमि)
समूह आकार20-50 किसानों का समूह
भूमि की स्थितिरासायनिक उर्वरकों से मुक्त होना चाहिए
प्रतिबद्धता3 वर्ष तक जैविक खेती करने की प्रतिबद्धता

योजना के लाभ एवं वित्तीय सहायता

PKVY योजना के तहत किसानों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:

वित्तीय सहायता विवरण

गतिविधिसहायता राशि (₹ प्रति हेक्टेयर)
जैविक खेती अपनाने पर50,000 (3 वर्षों के लिए)
जैविक प्रमाणीकरण5,000 (प्रति समूह)
जैविक उर्वरक इकाई स्थापना10 लाख (प्रति इकाई)
विपणन सहायता5 लाख (प्रति समूह)

आवेदन प्रक्रिया

PKVY योजना के लिए आवेदन हेतु निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. राज्य कृषि विभाग से संपर्क करें
  2. किसान समूह बनाएं (20-50 सदस्य)
  3. आवेदन फॉर्म भरें और जमा करें
  4. परियोजना प्रस्ताव तैयार करें
  5. जिला स्तरीय समिति से अनुमोदन प्राप्त करें

आवश्यक दस्तावेज़

  • आधार कार्ड
  • भूमि के कागजात (7/12, 8A आदि)
  • बैंक खाता विवरण
  • किसान समूह का प्रस्ताव
  • पासपोर्ट साइज फोटो

योजना की प्रगति (2024 तक)

पैरामीटरआँकड़े
जैविक खेती अपनाने वाले किसान10 लाख से अधिक
कवर क्षेत्र5 लाख हेक्टेयर से अधिक
राज्यों में कवरेजपूरे भारत में

संपर्क विवरण

  • आधिकारिक वेबसाइट: https://pgsindia-ncof.gov.in
  • हेल्पलाइन: 1800-180-1551
  • ईमेल: pkvy-agri@gov.in

निष्कर्ष

परंपरागत कृषि विकास योजना (PKVY) भारत में जैविक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के माध्यम से मृदा स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य मिल रहा है। यह योजना ‘सतत कृषि’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

#PKVY #ParamparagatKrishiVikasYojana #OrganicFarming #SustainableAgriculture #जैविकखेतीयोजना

(यह लेख सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें।)