प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” के आह्वान से प्रेरित होकर, गोवा सरकार ने “आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा योजना” की शुरुआत की है। यह एक महत्वाकांक्षी और परिवर्तनकारी पहल है जिसका लक्ष्य गोवा के प्रत्येक गाँव और शहर को स्थानीय संसाधनों का सदुपयोग करके और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन है जो गोवा को समग्र विकास के पथ पर अग्रसर कर रहा है।
आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा योजना क्या है?
आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा योजना गोवा सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है जो राज्य के भीतर आत्मनिर्भरता और आत्म-स्थिरता प्राप्त करने पर केंद्रित है। यह एक सरकार-नेतृत्व वाली समुदाय-स्तरीय कार्य योजना है जिसका उद्देश्य प्रत्येक गोअन गाँव और शहर को विभिन्न पहलुओं में आत्मनिर्भर बनाना है। योजना का जन्म COVID-19 महामारी के दौरान गोवा की पड़ोसी राज्यों पर बुनियादी खाद्य पदार्थों और कुशल जनशक्ति के लिए निर्भरता को कम करने की आवश्यकता से हुआ था। इसका मुख्य विचार गोवा के लोगों को राज्य और केंद्र सरकार की अधिकतम योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करना है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना के बहुआयामी उद्देश्य गोवा के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना है:
- स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना: स्थानीय रूप से खाद्य, कृषि उत्पादों और अन्य वस्तुओं का उत्पादन बढ़ाना ताकि पड़ोसी राज्यों पर निर्भरता कम हो सके।
- आर्थिक गतिविधियों को सशक्त बनाना: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में छोटे व्यवसायों, उद्यमशीलता और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देना।
- सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाना: विभिन्न सरकारी लाभार्थी-उन्मुख योजनाओं और सेवाओं को सीधे हर पात्र व्यक्ति के घर तक पहुँचाना।
- मानव विकास सुनिश्चित करना: शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में व्यापक मानव विकास सुनिश्चित करना।
- नियोजन और रोजगार सृजन: स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा करना और युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित करना।
- पर्यावरण संरक्षण: सतत विकास प्रथाओं को बढ़ावा देना और स्थानीय पर्यावरण का संरक्षण करना।
लॉन्च की तारीख और कार्यान्वयन निकाय
आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा कार्यक्रम को 2 अक्टूबर 2020 को गांधी जयंती के अवसर पर गोवा के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत द्वारा लॉन्च किया गया था। यह कार्यक्रम योजना, सांख्यिकी और मूल्यांकन निदेशालय (Directorate of Planning, Statistics & Evaluation), गोवा सरकार के तहत एक व्यापक पहल के रूप में कार्यान्वित किया जा रहा है।
इस योजना की सफलता के लिए, 191 ग्राम पंचायतों, 13 नगरपालिकाओं और पणजी शहर के निगम के लिए 237 स्वयंपूर्ण मित्रों (Swayampurna Mitras) को नियुक्त किया गया है। ये स्वयंपूर्ण मित्र नागरिकों और सरकारी संस्थानों के बीच एक सेतु का काम करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि सरकारी लाभ अंतिम लाभार्थी तक पहुँचें। इसके अलावा, जमीनी स्तर पर जानकारी इकट्ठा करने के लिए स्वयंपूर्ण सहायक (Swayampurna Sahayaks) भी नियुक्त किए गए हैं।
लक्षित लाभार्थी और पात्रता मानदंड
यह योजना गोवा के सभी निवासियों को लक्षित करती है, जिसमें किसान, उद्यमी, स्वयं सहायता समूह (Self-Help Groups), महिलाएँ, युवा, वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग व्यक्ति, और विभिन्न सरकारी योजनाओं के पात्र लाभार्थी शामिल हैं। यह व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों को सीधे लाभ पहुँचाने के लिए डिज़ाइन की गई एक समग्र पहल है।
चूंकि यह एक व्यापक कार्यक्रम है जिसमें कई उप-योजनाएं शामिल हैं, इसलिए इसके लिए कोई विशिष्ट ‘पात्रता मानदंड’ नहीं हैं। बल्कि, यह विभिन्न सरकारी विभागों की 40 से अधिक योजनाओं और सेवाओं को एक छत्र के नीचे लाता है। इसलिए, ‘आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा’ का लाभ उठाने के लिए, व्यक्तियों को उन विशिष्ट सरकारी योजनाओं के पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा जिनका वे लाभ उठाना चाहते हैं (जैसे कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, सामाजिक कल्याण, महिला एवं बाल विकास आदि से संबंधित योजनाएं)।
योजना के लाभ
आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा योजना एक एकल वित्तीय लाभ प्रदान नहीं करती है, बल्कि यह गोवा के नागरिकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं तक पहुँचने में मदद करती है, जिससे उन्हें समग्र रूप से लाभ होता है। इसके प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
लाभ का प्रकार | विवरण |
योजनाओं तक पहुँच | नागरिकों को एक ही मंच के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार की 40 से अधिक योजनाओं (जैसे गृह आधार, लाडली लक्ष्मी, दीन दयाल स्वास्थ्य सेवा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, आदि) का लाभ उठाने में मदद मिलती है। |
कौशल विकास | विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाना, जिससे रोजगार और उद्यमिता के अवसर बढ़ें। |
स्थानीय उत्पादन में वृद्धि | कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना, जिससे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो। |
उद्यमिता को बढ़ावा | स्थानीय व्यवसायों और स्टार्टअप्स को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना। |
प्रशासन आपके द्वार | ‘सरकार तुमच्या दारी’ (Government at Your Doorstep) जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से सरकारी सेवाओं को सीधे गाँवों और नगरपालिकाओं तक पहुँचाना, जिससे नागरिकों के लिए सरकारी कार्यों को आसान बनाना। |
जागरूकता और जानकारी | स्वयंपूर्ण मित्र और विभिन्न जागरूकता अभियानों के माध्यम से नागरिकों को उपलब्ध योजनाओं और अवसरों के बारे में शिक्षित करना। |
बुनियादी ढांचा विकास | ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे जैसे सड़क, जल आपूर्ति और स्वच्छता में सुधार करना। |
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आवेदन कैसे करें
आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा योजना के तहत कोई सीधा ‘आवेदन’ प्रक्रिया नहीं है, क्योंकि यह एक अंब्रेला कार्यक्रम है। इसके बजाय, नागरिक उन विशिष्ट सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करते हैं जो स्वयंम्पूर्ण गोवा पहल का हिस्सा हैं। ‘स्वयंपूर्ण मित्र’ और ‘स्वयंपूर्ण सहायक’ इस प्रक्रिया में नागरिकों की सहायता करते हैं।
आवेदन प्रक्रिया (मुख्य रूप से ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों)
- स्वयंपूर्ण मित्र से संपर्क करें: अपने गाँव/नगरपालिका के लिए नियुक्त स्वयंपूर्ण मित्र से संपर्क करें। वे उपलब्ध योजनाओं, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
- गोवा ऑनलाइन पोर्टल: गोवा सरकार के ‘गोवा ऑनलाइन’ पोर्टल (
www.goaonline.gov.in
) पर जाएँ। यहाँ ‘Know Your Schemes’ (अपनी योजनाएँ जानें) लिंक पर क्लिक करके आप अपनी आवश्यकताओं के आधार पर पात्र योजनाओं की सूची देख सकते हैं। - विशिष्ट योजना के लिए आवेदन: उन विशिष्ट योजनाओं के लिए आवेदन करें जिनके लिए आप पात्र हैं। कई योजनाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन गोवा ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है, जबकि कुछ के लिए ऑफ़लाइन आवेदन संबंधित विभाग के कार्यालय में जमा करने पड़ते हैं।
- दस्तावेज़ जमा करें: आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ आवेदन पत्र जमा करें।
आवश्यक दस्तावेज़
आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा योजना के लिए कोई ‘सामान्य’ आवश्यक दस्तावेज़ नहीं हैं। प्रत्येक विशिष्ट योजना (जो इस पहल का हिस्सा है) के अपने स्वयं के दस्तावेज़ों की आवश्यकताएँ होंगी। हालांकि, कुछ सामान्य दस्तावेज़ जो अक्सर विभिन्न योजनाओं के लिए आवश्यक होते हैं, वे इस प्रकार हैं:
- पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी।
- निवास प्रमाण: गोवा निवास प्रमाण पत्र (डोमिसाइल सर्टिफिकेट)।
- आय प्रमाण: आय प्रमाण पत्र।
- जाति/समुदाय प्रमाण पत्र: यदि योजना विशेष रूप से किसी समुदाय के लिए है (जैसे एसटी प्रमाण पत्र)।
- बैंक खाता विवरण: बैंक पासबुक की प्रति।
- पासपोर्ट आकार की तस्वीरें।
- योजना-विशिष्ट दस्तावेज़: शैक्षिक योग्यता, भूमि स्वामित्व, व्यवसाय योजना, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र आदि से संबंधित दस्तावेज़, जो चुनी गई योजना के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।
आधिकारिक वेबसाइट और संपर्क विवरण
इस योजना के बारे में अधिक जानकारी और सहायता के लिए, आप निम्नलिखित आधिकारिक स्रोतों से संपर्क कर सकते हैं:
- स्वयंम्पूर्ण गोवा की आधिकारिक वेबसाइट:
https://swayampurnagoa.goa.gov.in/
- गोवा ऑनलाइन पोर्टल:
https://goaonline.gov.in/
(यहां आप ‘Know Your Schemes’ के माध्यम से विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं) - योजना, सांख्यिकी और मूल्यांकन निदेशालय, गोवा:
- फोन: 0832-2417437
- ईमेल: planning-dpse[dot]goa[at]gov[dot]in
- सामान्य हेल्पलाइन (गोवा ऑनलाइन): +91-8882988000
निष्कर्ष
आत्मनिर्भर भारत स्वयंम्पूर्ण गोवा योजना गोवा को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यह योजना न केवल स्थानीय संसाधनों के अधिकतम उपयोग को बढ़ावा देती है, बल्कि यह सुनिश्चित करती है कि सरकारी लाभ और सेवाएँ हर नागरिक तक पहुँचें। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देकर, यह योजना राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही है और नागरिकों को सशक्त बना रही है। इस पहल का भारत के समग्र विकास पर गहरा प्रभाव है, क्योंकि यह जमीनी स्तर पर आत्मनिर्भरता के मॉडल को बढ़ावा देती है, जो एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण के लिए आवश्यक है। यह योजना दिखाती है कि कैसे राज्य स्तर पर केंद्रित और समुदाय-संचालित कार्यक्रम राष्ट्रीय दृष्टिकोण के अनुरूप हो सकते हैं, जिससे समावेशी और सतत विकास को बढ़ावा मिलता है।
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